अरबी के फायदे और नुकसान – Benefits of Arbi in Hindi

अरबी (Arbi), जिसे अंग्रेजी में “Taro root” कहा जाता है, एक उच्च पोषक वाली सब्जी है। यह मुख्य रूप से एशियाई देशों में पायी जाती है और इसे अलग अलग तरीकों से पकाया जाता है, जैसे कि सब्जी, सूप, चिप्स आदि। अरबी के बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ हैं और इसके साथ-साथ कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। इस लेख में हम Arbi के फायदे, उपयोग और नुकसान के बारे में विस्तार से जानेंगे।

Table of Contents

अरबी के पौष्टिक तत्व (Taro Roots Nutritional Value in Hindi)

Arbi में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। अरबी मिट्टीय रंग की होती है और स्वाद में थोडी मसालेदार होती है। अरबी में पाए जाने वाले पोषक तत्व निम्नलिखित है:

  • कैलोरी: 100 ग्राम अरबी में लगभग 112 कैलोरी होती है।
  • कार्बोहाइड्रेट: अरबी में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा लगभग 26 ग्राम प्रति 100 ग्राम होती है।
  • प्रोटीन: यह सब्जी लगभग 1.5 ग्राम प्रोटीन प्रति 100 ग्राम प्रदान करती है।
  • विटामिन C: अरबी में विटामिन C की अच्छी मात्रा होती है, जो शरीर के रोगों से लड़ने में मदद करता है।
  • पोटैशियम: इसमें पोटैशियम की मात्रा होती है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करता है और हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखता है।

इसके अलावा, अरबी में अन्य पोषक तत्व भी होते हैं जैसे कि आयरन, मैग्नीसियम, कैल्शियम, विटामिन बी6, फोस्फोरस आदि। ये सभी तत्व शरीर के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।

अन्य भाषाओं में अरबी के नाम (Arbi Called in Different Languages)

अरबी को विभिन्न भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। अरबी के कुछ नाम निम्नलिखित है:

Name of Arbi in Hindi: अरबी, अरुई, घुइयां, घूय्या, कच्चू

Name of Arbi in Marathi: आळू (Alu)

Name of Arbi in Bengali: কচু (Kochu)

Name of Arbi in Tamil: சேப்பங்கிழங்கு (Cheppankilangu)

Name of Arbi in Telugu: చేమడు కంద (Chemadu Kanda)

Name of Arbi in Kannad: ಈಸ್ಕೂಸ್ ಎಲೆ (Iskoos Ele)

Name of Arbi in Malayalam: ചേമ്പങ്കിഴങ്ങ് (Chemban Kizhangu)

Name of Arbi in Gujarati: अलवी (Alvi)

Name of Arbi in Punjabi: ਅਰਬੀ (Arbi)

अरबी के फायदे (Benefits of Taro Roots in Hindi)

अरबी के कई स्वास्थ्यवर्धक लाभ है। अरबी के फायदे निम्नलिखित है:

पाचन के लिए लाभकारी अरबी

अरबी में पाचन को सुधारने वाली फाइबर होती है, जो पेट की समस्याओं, जैसे कि कब्ज़ और एसिडिटी, को कम करने में मदद करती है। इसके अलावा, यह पाचन को स्वस्थ रखने में मदद करती है और सिरदर्द, पेट दर्द और गैस को कम करने में भी सहायता प्रदान करती है।

अनेमिया के लिए उपयोगी अरबी

अरबी में पाए जाने वाले पोषक तत्व रक्त में हेमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाते हैं, जिससे खून की कमी को दूर करने में मदद मिलती है। इसके लिए, अरबी को नियमित रूप से खाना चाहिए।

ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मददगार अरबी

अरबी में मौजूद पोटैशियम, मैग्नीशियम, और फाइबर रक्तचाप को संतुलित रखने में मदद करते हैं। इससे हृदय रोगों और उच्च रक्तचाप के खतरे को कम किया जा सकता है।

स्वास्थ्यप्रद विटामिन और मिनरल्स से भरपूर अरबी

अरबी में विटामिन C, विटामिन B6, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फोस्फोरस और आयरन के उच्च स्तर होते हैं। विटामिन C शरीर को रोगों से लड़ने में सहायता करता है, वहीं विटामिन B6 पोषक तत्वों को शरीर में संचयित करने में मदद करता है। पोटैशियम हृदय के लिए फायदेमंद होता है और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। अरबी में मौजूद अन्य मिनरल्स भी हड्डियों, दांतों और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।

मधुमेह के लिए उपयोगी अरबी का सेवन

अरबी मधुमेह के मरीजों के लिए उपयोगी हो सकती है। इसमें मौजूद विटामिन C और फाइबर के संयोजन से रक्त में शुगर के स्तर को संतुलित रखने में मदद मिलती है। अरबी का नियमित सेवन मधुमेह के प्रबंधन में मददगार हो सकता है।

हृदय स्वास्थ्य को बनाएं मजबूत

अरबी में पाये जाने वाले पोटैशियम और फाइबर हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। यह रक्त चाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं और हृदय संबंधी बीमारियों के खतरे को कम करते हैं।

कैंसर से लड़ाई में सहायक

अरबी में पाये जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट्स कैंसर के खतरे से लड़ने में मदद कर सकते हैं। यह शरीर को कैंसर जैसी बीमारियों से लड़ने की क्षमता प्रदान करती है और संक्रमण और संद्रव्य के विरोधी गुणों को मजबूत करती है।

आंत्र शुद्धि में फायदेमंद अरबी

अरबी में प्राकृतिक फाइबर होता है जो आपकी आंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह पाचन प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करके कब्ज़ से राहत दिलाता है।

गठिया और अर्थराइटिस 

अरबी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण आपके जोड़ों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। इससे गठिया और अर्थराइटिस की समस्या से राहत मिलती है।

मोटापा कम करने में मददगार अरबी का सेवन

अरबी में कैलोरी कम होती है और वह अच्छी मात्रा में फाइबर प्रदान करती है। इसलिए, इसका सेवन करने से आपका मोटापा कम हो सकता है और आपका वजन नियंत्रित रह सकता है।

अरबी के औषधीय गुण (Arbi Ke Fayde)

अरबी के औषधीय गुण निम्नलिखित है:

आंखो की स्वस्थता बनाए रखे

अरबी में मौजूद विटामिन C रेटिना के उत्पादन में मदद करता है और आंखों की स्वस्थता को बनाए रखने में मदद करता है। इसलिए, आंखो की समस्या से पीड़ित लोगों के लिए अरबी अच्छा विकल्प हो सकती है।

कब्ज़ के लिए उपयोगी

अरबी में पायी जाने वाली फाइबर कब्ज़ को दूर करने में मदद करती है। यह पाचन को सुधारती है और पेट की साफ़ाई को सुनिश्चित करती है। अरबी का नियमित सेवन कब्ज़ से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है।

कोलाइटिस के इलाज में मददगार

अरबी कोलाइटिस (आंत की सूजन) के मरीजों के लिए भी उपयोगी हो सकती है। इसमें मौजूद फाइबर आंत की समस्याओं को कम करने में मदद करता है और पाचन को सुधारता है।

रक्त को शुद्ध करे

अरबी में पाये जाने वाले विटामिन C और एंटीऑक्सिडेंट्स रक्त को शुद्ध करने में मदद करते हैं। यह मसूढ़ों और मस्तिष्क के लिए भी अच्छी होती है और स्वस्थ रक्त संचार को बढ़ावा देती है।

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अरबी का उपयोग (How to Use Taro Roots in Hindi)

अरबी को विभिन्न तरीकों से उपयोग किया जा सकता है। इसे पका कर खाया जा सकता है और इसे विभिन्न पकवानों में शामिल किया जा सकता है। यहां अरबी को उपयोग करने के कुछ तरीके हैं जिनसे आप अरबी का उपयोग कर सकते हैं:

सब्जी के रूप में

अरबी को सब्जी के रूप में पकाकर खाया जा सकता है। इसे प्याज, टमाटर, धनिया, लाल मिर्च आदि के साथ मिलाकर बनाया जा सकता है। इसे उबालकर भी खाया जा सकता है।

कच्चा चिप्स

अरबी को पतले स्लाइस करके कच्चे चिप्स के रूप में बनाया जा सकता है। इसे तेल में तलकर गरमागरम सर्व किया जा सकता है।

फ्राइड अरबी

अरबी को चिप्स के रूप में कटकर गरम तेल में तला जा सकता है। इसे नमक और लाल मिर्च पाउडर के साथ सर्व किया जा सकता है।

अरबी का सूप

अरबी को ऊबालकर पीसकर सूप के रूप में बनाया जा सकता है। इसे अन्य सब्जियों के साथ मिलाकर स्वादिष्ट सूप बनाया जा सकता है।

पाक स्वादिष्टता की आवश्यकता के हिसाब से, अरबी का उपयोग और भी तरीकों से किया जा सकता है जैसे कि पुरी, चटनी, कचौड़ी आदि। आप अपनी पसंद के अनुसार इसका उपयोग कर सकते हैं।

अरबी रेसिपीज (Arbi Recipes in Hindi)

अरबी को अलग अलग तरीकों से तैयार किया जा सकता है और इससे स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जा सकते हैं। अरबी को उबले और तले हुए रूप में प्रयोग किया जा सकता है। कुछ लोकप्रिय व्यंजनों में अरबी की सब्जी, चिप्स, पकोड़े और टिक्की शामिल हैं। इसके अलावा नीचे अरबी की कुछ रेसिपीज बताई गई है जिसे फॉलो कर आप अरबी को तैयार कर सकते है।

1. अरबी की सब्जी (Arbi Ki Sabji)

सामग्री:

  • 500 ग्राम अरबी, छीली हुई और कटी हुई
  • 2 बड़े प्याज़, बारीक कटा हुआ
  • 2 टमाटर, बारीक कटे हुए
  • 2 हरी मिर्च, कटी हुई
  • 1 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
  • 1 चम्मच हल्दी पाउडर
  • 1 चम्मच धनिया पाउडर
  • नमक स्वादानुसार
  • तेल तलने के लिए

अरबी की सब्जी बनाने की विधि (Arbi Ki Sabji Banane Ki Vidhi)

  1. एक कड़ाही में तेल गरम करें।
  2. अब इसमें प्याज डाले।
  3. प्याज़ को भून ले और उसमें टमाटर और हरी मिर्च डालें।
  4. सभी मसालों को डालें – लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर और नमक। 
  5. सभी को अच्छे से मिलाएं।
  6. अब इसमें अरबी डालें और मसालों के साथ मिलाएं।
  7. थोड़ी देर के लिए धक्कन बंद करें और मध्यम आंच पर पकाएं
  8. अरबी की सब्जी तैयार है! इसे गर्मा गर्म रोटी या चावल के साथ परोसें।

2. अरबी के पकोड़े (Arbi Ke Pakode)

सामग्री:

  • 500 ग्राम अरबी, छीली हुई और कटी हुई
  • 1 कप बेसन
  • 1 छोटा प्याज़, बारीक कटा हुआ
  • 2 हरी मिर्च, कटी हुई
  • 1 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
  • 1 चम्मच हल्दी पाउडर
  • 1 चम्मच अजवाइन
  • नमक स्वादानुसार
  • तेल तलने के लिए

अरबी के पकोड़े बनाने की विधि (Arbi Ke Pakode Banane Ki Vidhi)

  1. एक बड़े बाउल में अरबी, बेसन, प्याज़, हरी मिर्च, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, अजवाइन और नमक डाल कर सभी को अच्छे से मिलाएं।
  2. इसे थोड़ी देर के लिए ढक कर छोड़ दें ताकि बेसन अरबी के साथ अच्छे से मिल जाए।
  3. अब तेल को गरम करें।
  4. थोड़े से बेसन मिश्रण को हाथों में ले और गर्म तेल में डाले।
  5. पकोड़ो को अच्छे से तल ले।
  6. तले हुए पकोड़ों को नपकिन पर रखें।
  7. आपके कुरकुरे अरबी के पकोड़े तैयार हैं! इन्हें चटनी या सौस के साथ सर्व करें।

तो ये थी अरबी की फेमस रेसिपीज। आप अरबी को इन तरीकों से बनाकर खा सकते है। 

अरबी के नुकसान (Side Effects of Taro Roots in Hindi)

अरबी का उचित और सावधानीपूर्वक उपयोग करना जरूरी है, क्योंकि इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। अरबी के कुछ नुकसान निम्नलिखित हैं:

गैस और पेट की समस्याएँ

अरबी अधिक मात्रा में फाइबर का स्रोत होती है, जिसके कारण कुछ लोगों को इसके सेवन से गैस और पेट की समस्याएँ हो सकती हैं। यदि आपको इसकी समस्या होती है, तो आपको अरबी की मात्रा को सीमित करना चाहिए या इसे दूसरी सब्जियों के साथ मिक्स कर के खाना चाहिए।

मूत्राशय संबंधी समस्याएं

बारीक पीसी हुई अरबी के शिशों में ओक्सलिक एसिड की मात्रा होती है, जिसके कारण कुछ लोगों को मूत्राशय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इससे उबली हुई अरबी के सेवन को सीमित करना चाहिए।

वजन बढ़ने का खतरा

अरबी में कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी की मात्रा होती है, इसलिए इसका अत्यधिक सेवन वजन बढ़ने का कारण बन सकता है। यदि आप वजन कम करने की कोशिश कर रहें हैं, तो आपको अरबी का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

एलर्जी और त्वचा संक्रमण

कुछ लोगों को अरबी से एलर्जी की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, अरबी का सेवन करने से कुछ लोगों को त्वचा संक्रमण की समस्या हो सकती है। अगर आपको इसकी संभावना लगती है, तो आपको अरबी के सेवन से बचना चाहिए।

अरबी के उपयोगी टिप्स (Arbi Ke Upyogi Tips)

  • अरबी को खराब होने से बचाने के लिए उसे ठंडी और सुखी जगह रखे।
  • अरबी को खाने से पहले उसका छिलका अच्छी तरह से हटा दें।
  • यदि आप अरबी की ताजगी को बनाए रखना चाहते हैं, तो अरबी को ठंडे पानी में भिगोएं रखें।
  • गुदा बीमारियों से पीड़ित लोग अरबी को हल्का सा पकाकर खा सकते है।

अरबी कहां पाया या उगाया जाता है? (Where is Arbi Found or Grown?)

अरबी भारत के अलग अलग हिस्सों में पाई जाती है और ये विभिन्न भारतीय राज्यों में उगाई जाती है। इसकी कृषि व्यवस्था अधिकतर उत्तर और मध्य भारतीय राज्यों में पाई जाती है, जैसे कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, और बिहार। इसके अलावा, अरबी की खेती करने के लिए दूसरे भारतीय राज्यों में भी कृषि प्रयास किए जाते हैं।

अरबी की खेती मार्च से अगस्त तक की अवधि में की जाती है। उचित देखभाल और पोषण के साथ, अरबी का उत्पादन सफलतापूर्वक किया जा सकता है। इस तरह, अरबी भारत के अलग अलग हिस्सों में पाई जाती है।

निष्कर्ष

अरबी एक स्वादिष्ट और पोषणपूर्ण सब्जी है जिसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। इसमें विटामिन, मिनरल्स और आयरन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। अरबी मधुमेह के लिए उपयोगी होती है, हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है और कैंसर से लड़ाई में मदद कर सकती है। 

हालांकि, कुछ लोगों को अरबी से एलर्जी हो सकती है और कुछ अनुचित सेवन के कारण नुकसान हो सकता है। इसलिए, सेवन से पहले आपको अपनी व्यक्तिगत स्थिति के आधार पर डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। अरबी को विभिन्न व्यंजनों में शामिल करके इसे स्वादिष्ट बना सकते हैं और अपने आहार में इसका उपयोग करके आप इसके फायदे ले सकते हैं।

अक्सर पुछे जाने वाले सवाल (FAQs)

1. क्या अरबी को कच्चा खाया जा सकता है?

हां, अरबी को कच्चा खाया जा सकता है, लेकिन इसे ध्यानपूर्वक धोकर, साफ़ करके और अच्छी तरह से पकाकर ही खाना चाहिए।

2. क्या गर्भवती महिलाएं अरबी खा सकती हैं?

हां, गर्भवती महिलाएं अरबी खा सकती हैं, लेकिन संतुलित और स्वस्थ खानपान के साथ ही अरबी का सेवन करना चाहिए।

3. क्या अरबी को तला जा सकता है?

हां, अरबी को तला जा सकता है। तले हुए अरबी की टिक्की, चिप्स या फ्रेंच फ्राइज की तरह तैयार किए जा सकते हैं।

4. क्या अरबी के स्वास्थ्य लाभ बच्चों के लिए भी होते हैं?

हां, अरबी बच्चों के लिए भी फायदेमंद हो सकती है। इसमें पोषक तत्व होते हैं जो उनकी सेहत और विकास के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।

5. क्या अरबी खाने से एलर्जी हो सकती है?

हां, कुछ लोगों को अरबी से एलर्जी हो सकती है। यदि आपको अरबी खाने से खुजली, चकत्ते या अन्य एलर्जिक प्रतिक्रियाएं होती हैं, तो आपको इसका सेवन करने से बचना चाहिए। यदि ऐसी स्थिति होती है, तो एक चिकित्सक की सलाह लेना सुरक्षित होगा।

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